जिला शिक्षा अधिकारी की कार्यप्रणाली पर किया असंतोष व्यक्त
गुना -12 से 14 वर्ष के बच्चों को प्रथम डोज लगाये जाने के संबंध में आज कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें अपर कलेक्टर श्री आदित्य सिंह सहित जिला शिक्षा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं शिक्षा विभाग का अन्य स्टाफ उपस्थित रहा। कलेक्टर श्री फ्रेंक नोबल ए. ने 12 से 14 वर्ष के बच्चों को प्रथम डोज लगाने में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा नियत समय में कार्य पूर्णं न कराये जाने से बैठक में काफी नाराजगी व्यक्त की।
गुना शहर के लिटिल कॉन्वेंट स्कूल, विद्यालय भवन स्कूल, शांति पब्लिक, सनशाइन, आरएन कॉन्वेंट, विंध्यांचल पब्लिक स्कूल, शिव शक्ति स्कूलों में प्रति स्कूल 50 से अधिक बच्चों को प्रथम डोज नही लगाना पाया गया। जबकि उपरोक्त कार्यवाही हेतु 23 मार्च से प्रारंभ कर 08 अप्रैल 2022 तक की अवधि कलेक्टर द्वारा निर्धारित की गयी थी। समय सीमा निकल जाने के उपरांत भी 300 से अधिक पात्र बच्चों को प्रथम डोज नही लगना जिला शिक्षा अधिकारी का असहयोगात्मक रवैया का परिचायक है। इस दौरान कलेक्टर श्री फ्रेंक नोबल ए. ने वैक्सीनेशन कार्य के लिए लक्ष्यों का भी निर्धारण एसडीएम राघौगढ, बमोरी, आरोन, गुना को 200 के मान से लक्ष्य दिया गया है एवं गुना शहरी को 6 स्कूलों हेतु 240 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी के अनुसार जिन स्कूलों में प्रथम डोज नही लग पाये हैं उसका मुख्य कारण अशासकीय स्कूल के प्रबंधन द्वारा सहयोग नही करना है। उनके द्वारा कहा गया कि इन सभी अशासकीय स्कूलों में एक-एक शासकीय शिक्षक की पृथक से ड्यूटी निगरानी एवं पर्यवेक्षण के लिए लगायी जा रही है। संभवत: यह कार्य एक सप्ताह में 100 प्रतिशत पूर्णं कर लिया जावेगा। शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया कि यदि अशासकीय स्कूलों का यही रवैया रहा तो उनकी मान्यता समाप्त करने के लिए कलेक्टर के माध्यम से शासन को पत्र लिखा जायेगा।



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