Breaking News

गीता का अध्ययन एवं विचार ग्रहण करने वाला सदैव विजयी होता है :कैलाश मंथन

जिला जेल गुना में हुआ सामूहिक गीता पाठ 

सार्वभौम ग्रंथ है श्रीमद्भगवद गीता:कैलाश मंथन 

गीता का अध्ययन एवं विचार ग्रहण करने वाला सदैव विजयी होता है :कैलाश मंथन 

प्रदेश की जेलों में चल रहा है श्रीमद्भगवद गीता प्रचार  महा अभियान


गुना।जिला  जेल में बुधवार को बंदियो को सामूहिक गीता पाठ कराया गया एवं सभी बैरकों में कैदियों को  निशुल्क गीता उपलब्ध कराई गई ।मध्य प्रदेश  के समस्त जिलों में गीता पाठ एवं गीता पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने की श्रृंखला में गुना जेल में  आयोजित भव्य कार्यक्रम में गीता के प्रमुख प्रचारक एवं अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी, विराट हिंदू उत्सव समिति के संयोजक कैलाश मंथन के मुख्य आतिथ्य में गीता पाठ, गीता वितरण हुआ एवं गीता के महत्व पर प्रकाश डाला गया। समाजसेवी कैलाश मंथन ने बंदियों को संबोधित करते हुए कहा श्रीमद् भगवद गीता सार्वभौम ग्रंथ है। सभी धर्म से ऊपर उठकर यह कालजयी गीता हमें जीवन  जीने की राह सिखाती है। जिसने भी गीता के विचारों को ग्रहण किया, सहारा लिया वह हमेशा विजयी रहा ।गीता के विचार सभी मत संप्रदायों धर्म से ऊपर उठकर सारी मानवता के लिए समान है। देश में जब भी संकट आया सभी महापुरुषों ने श्रीमद् भगवद गीता के विचारों का सहारा लिया एवं भगवान की वाणी के अनुसार अधर्म के खिलाफ धर्म युद्ध जारी रखा।मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गीता जयंती के अवसर पर लगातार कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ,जो मानवता की रक्षा के लिए अति आवश्यक हैं ।गीता के प्रचार से जेल में बंद कैदियों में विशेष  सकारात्मक सुधार हुआ है । समाजसेवी कैलाश मंथन ने बतायाअब तक निशुल्क गीता अभियान वितरण में करीब डेढ़ लाख प्रतिया सारे भारतवर्ष में वितरित की जा चुकी हैं । इसी क्रम में अंचल में 38000 गीता की प्रतियां निशुल्क वितरित हो चुकी हैं। वहीं गुना जेल की सभी बैरकों में भी पिछले 3 साल के दौरान गीता जी का  निशुल्क वितरण किया गया  है, राम नाम लेखन पुस्तक ,सुंदरकांड हनुमान चालीसा का भी वितरण किया गया। सभी धर्मों का सत् साहित्य उपलब्ध कराया गया। जेल अधीक्षक अतुल सिंहा ,जेलर जसवंत सिंह बाथम के निर्देशन में चलाए जा रहे बंदी सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत समाजसेवी कैलाश मंथन ने पिछले 1 वर्ष में लगातार नौ कार्यक्रमों के माध्यम से बंदियों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन कराया। कार्यक्रम के दौरान ब्रह्माकुमारी रेशम दीदी एवं रानी दीदी, बबलू महाराज की विशेष रूप से उपस्थिती रही । वक्ताओं ने श्रीमद् भगवद गीता के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन जिला जेल शिक्षक श्री मुकेश रावत ने किया। जेल प्रशासन के विशेष प्रयासों से कैदियों में सकारात्मक एवं समाज के प्रति सद्भावना और संवेदनशीलता का विकास हुआ है। एक दिसंबर को गीता जयंती के अवसर पर भी प्रतिवर्ष शासन के आदेश अनुसार जेल परिसर मेंगीता जयंती मनाई जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं