Breaking News

झांकी में सतातन धर्म से जोड़ने के लिए किये जाते है नये नये प्रयोग

झांकी में सतातन धर्म से जोड़ने के लिए किये जाते है नये नये प्रयोग।

हनुमान चालीसा, कीर्तन और सनातन पर आधारित प्रश्नोत्तरी की जाती है आयोजित।



गुना-गुना की श्रीराम कालोनी में निर्माणाधीन पहला सार्वजनिक मां सरस्वती मन्दिर जी के मन्दिर में गणेश उत्सव पर भगवान गणेश एवं कार्तिक जी की मन मोहक झांकी लगाई गयी है।जितेन्द्र ब्रह्मभट्ट ने बताया कि यह गणेश उत्सव का द्वितीय वर्ष है। हम बहुत नये नये प्रयोग करते है। जिसमें आने वाली युवा पीढ़ी सनातन से जुड़ सके।झांकी का जिसमें भगवान गणेश अपने बड़े भाई कार्तिकेय के साथ हिमालय से चलते हुए आ रहे है। भगवान गणेश को भगवान शिव के स्वरूप में श्रृंगार किया गया है भगवान कार्तिकेय अपने भाई गणेश जी के साथ भक्तों को आशीर्वाद देने आये है ऐसा लगता है। झांकी में साज सज्जा की व्यवस्था मयंक, पुष्कर ब्रह्मभट्ट, कुशाग्र ब्रह्मभट्ट,आयुष कुशवाह,अंकूकोरी,

देवांश,महक,रूही, इशिका,तनु कुशवाह,महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। जहां प्रतिदिन नरेंद्र ब्रह्मभट्ट,मोहन जी ,धर्मेन्द्र नामदेव द्वारा बच्चों को हनुमान चालीसा और राम स्तुति का पाठ कराया जाता है। श्रीमती सुनीता ब्रह्मभट्ट द्वारा बताया कि यह झांकी में प्रखर ब्रह्मभट्ट द्वारा सनातन धर्म पर  आधारित प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया जाता है। जिससे बच्चे एवं दर्शानार्थियों सनातन धर्म से परिचित हो सके। प्रश्नोत्तरी में सही उत्तर देने वाले दर्शानार्थियों को समाज सेवा प्रकाश जैन जी द्वारा बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिए उपहार भी दिए जाते है। प्रतिदिन आरती के बाद श्रीमती राजकुंवर ब्रह्मभट्ट द्वारा बालिकाओं को भजन कीर्तन गाने का प्रशिक्षण भी दिया जाता है जिससे उनके गाने का कौशल विकसित हो सके। श्रीमती रजनी एवं श्रीमती पूजा के नेतृत्व में निर्माणाधीन मंदिर में भारतीय त्यौहारों को व्रतों का सामूहिक आयोजन किया जाता है जहां कांलोन की सब महिलाएं सामूहिक पूजा करती है। जिसमें सामूहिक एकता बढ़ रही है और सब प्रकार के भेद भाव समाप्त हो रहे है।

कोई टिप्पणी नहीं