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राष्ट्र-धर्म की रक्षा के लिए अवतरित होते हैं भगवान कृष्ण- कैलाश मंथन

राष्ट्र-धर्म की रक्षा के लिए अवतरित होते हैं भगवान कृष्ण- कैलाश मंथन

आतंकवाद के खात्मे के लिए भगवान श्रीकृष्ण के गीतोपदेश से शिक्षा लें भारतवासी- कैलाश मंथन
कृष्ण जन्माष्टमी पर हुए अंचल में भव्य कार्यक्रम
विराट हिन्दू उत्सव समिति ने भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया


गुना। जब-जब धर्म की हानि होती है आतंकवाद, अत्याचार का उदय होता है तब-तब परमेश्वर भगवान श्रीकृष्ण पृथ्वी पर अवतरित होकर मानव सृष्टि की रक्षा करते हैं। विराट हिन्दू उत्सव चिंतन मंच के तहत जन्माष्टमी पर आयोजित भव्य कार्यक्रमों के दौरान समिति संस्थापक अध्यक्ष कैलाश मंथन ने कहा भगवान श्रीकृष्ण पूर्णब्रह्म पुरूषोत्तम हैं। कंस के कारागर में वसुदेव देवकी के सामने प्रकट होकर भगवान श्रीकृष्ण ने कंस जैसे अत्याचारी राक्षसों का वध किया। वहीं महाभारत युद्ध के दौरान अधर्मी दुर्योधन का साथ देने वाले भीष्म पितामह एवं पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य का अर्जुन से वध करवाने में भी नहीं चूके। भगवान कृष्ण का चरित्र अलौकिक है। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने कहा अबला नारियों की रक्षा करने के लिए भगवान कृष्ण ने पुकार सुनते ही तत्परता दिखाई।  अबलाओं की रक्षा की एवं मानव मात्र को धर्म की रक्षा करने का संदेश दिया। भीषण युद्ध के दौरान दिया गया गीता का अमर उपदेश भारतीय संस्कृति का आधार बन चुका है। शहर में यादव महासभा मप्र की शोभायात्रा के दौरान विराट हिन्दू उत्सव प्रमुख कैलाश मंथन के नेतृत्व स्वागत किया गया। इस मौके पर शहर के प्रमुख मंदिरों श्री द्वारकाधीश मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर, गोपाल मंदिर, हनुमान चौराहा मंदिर सहित सभी कृष्णभक्ति केंद्रों वैष्णव मंदिरों में महाभिषेक के साथ महाआरती में हिउस कार्यकर्ताओं एवं हजारों श्रद्धालु भक्तों ने भाग लिया एवं महाप्रसाद ग्रहण किया।


पुष्टिमार्गीय केंद्रों पर मना जन्माष्टमी महोत्सव
सभी पुष्टिमार्गीय केंद्रों, श्री नाथ जी मंदिरों, सत्संग मंडलों में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिवस धूमधाम से मनाया गया। पुष्टिमार्गीय परिषद मप्र के प्रांतीय प्रचार प्रमुख जिलाध्यक्ष कैलाश मंथन ने सभी वैष्णवों से भी श्रीकृष्ण भक्ति के द्वारा मानव जीवन सार्थक बनाने की अपील की।
नि:शुल्क गीता वितरण का 31 वां दौर हुआ शुरु
चिंतन मंच के तहत विराट हिन्दू उत्सव समिति के प्रमुख कैलाश मंथन ने नि:शुल्क गीता वितरण का 31 वां दौर शुरू हुआ। कैलाश मंथन के मुताबिक गीता जी 31 हजार प्रतियां नि:शुल्क वितरण की जा रही है। अब तक इस अभियान के तहत हजारों परिवारों का भगवान कृष्ण के सदुपदेश घर-घर तक पहुंचाए जा चुके हैं। 13 प्रांतों में श्रीमद् भगवत गीता प्रचार मिशन के तहत नि:शुल्क गीता वितरण किया गया।

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