नारी शक्ति चिंतन मंच ने उठाया पशु पक्षियों को चारा दाना पानी का बीड़ा, चलाया देशव्यापी अभियान
गुना। नारी शक्ति चिंतन मंच ने अंचल सहित देश के प्रमुख शहरों में अपने सहयोगियों से मूक प्राणियों, पशु, पक्षियों, गौवंश के लिए चारे, दाना पानी की व्यवस्था की जा रही है। नमिता खंडेलवाल द्वारा छतों पर पानी के सकोरे, पक्षियों का दाना एवं गौवंश के लिए हरी घास की व्यवस्था करना नित्य का नियम है। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन की पहल पर राजस्थान, मप्र, उप्र, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, झारखंड सहित अन्य प्रांतों में मातृशक्ति चिंतन मंच के तहत गौवंश के लिए चारे पानी की व्यवस्था एवं पक्षियों के लिए ज्वार, बाजरा, चावल आदि खाद्यान्न प्रतिदिन व्यवस्था की जा रही है।
अंचल में एक सैकड़ा स्थानों पर टंकियों को रखकर की पशुओं को पानी की व्यवस्था
उल्लेखनीय है कि प्राणी मात्र की सेवा करना ही सच्चा मानव धर्म है। इसी लक्ष्य को लेकर अंचल में मूक प्राणियों, पशु-पक्षियों, गौवंश के लिए चारा, दाना, पानी सतत उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है। चिंतन मंच एवं विराट हिन्दु उत्सव समिति के प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक अंचल में छतों की मुंडेरों पर पक्षियों को पानी पीने के लिए मिट्टी के सकोरे रखवाए जा रहे हैं। साथ ही ज्वार, चावल, बाजरा, आदि दाने की व्यवस्था की गई है। पक्षियों के लिए दाना पानी महामिशन की मुहिम घरों में नि:शुल्क सकोरे भेजकर शुरू की गई। अब तक पांच सैकड़ा से अधिक स्थानों पर पक्षियों के लिए पीने के लिए पानी एवं खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। चिंतन मंच के तहत कोरोना काल में नि:शुल्क सकोरे वितरित किए जा रहे हैं। मंच के संयोजक श्री मंथन ने कहा कि पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करने से अच्छी सेवा और धर्म कोई नहीं हो सकता है।
छतों की मुंडेरों पर रखवाए गए पक्षियों को पानी पीने के लिए सकोरे
गौवंश के लिए अंचल में एक सैकड़ा स्थानों पर रखवाई पानी की टंकियां
गुना शहर एवं अंचल में हिउस, चिंतन मंच, अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद मप्र, जनसंवेदना के तहत गौवंश एवं पशुओं को पानी पीने के लिए एक सैकड़ा से अधिक स्थानों पर पानी की टंकियां रखी गई हैं। शहर के प्रमुख स्थानों, मार्गों, पानी के स्त्रोतों के निकट यह टंकियां रखी गई हैं। हिउस प्रमुख श्री मंथन के मुताबिक पिछले कई वर्षों से यह प्रयास किया जा रहा है कि गौमाता एवं मूक पशु पक्षी भूखे प्यासे न रहे। इसी मकसद को लेकर छोटा सा प्रयास किया गया है। हिउस प्रमुख श्री मंथन ने शहर एवं अंचल की जनता से आग्रह किया है कि घरों, संस्थानों के दरवाजों के बाहर पानी की टंकियां एवं छतों पर सकोरे रखवाएं ताकि गौवंश एवं पक्षियों को भीषण गर्मी में पानी उपलब्ध हो सके।






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