जैविक खेती कर कृषि कार्य में अच्छा लाभ कमा रहे हैं श्री खुमानसिंह
सफलता की कहानी
जैविक खेती कर कृषि कार्य में अच्छा लाभ कमा रहे हैं श्री खुमानसिंह
गुना -बमोरी विकास खण्ड ग्राम भटोदिया के श्री खुमान सिंह लोधा सब्जी की खेती का कार्य करते है। श्री खुमान सिंह को सब्जियों में कीट एवं रोग के कारण कृषि कार्य में काफी परेशानियों का सामना करना पडता था। एक दिन आत्मा (कृषि विभाग) के अधिकारियों द्वारा ग्राम भटोदिया में आकर जैविक खेती करने के लिये सभी को प्रोत्साहित किया और जिले में नवाचार के रूप में चल रही जैविक खेती योजना से सभी किसानों को जोड़ा। जिसके बाद गांव के 8-10 किसान जैविक खेती करने के लिये तैयार हुए। जैविक सब्जी उत्पादन के लिये विभाग द्वारा उपयोगी सलाह दी गई। जिसमें वर्मी कमपोस्ड खाद्य तैयार कराने की विधि से अवगत कराने के साथ ही जैविक कीटनाशक उपलब्ध कराये गये एवं समय-समय पर प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन प्रदान कर जैविक खेती करने में मदद की गयी।
श्री खुमान सिंह बताते है कि उन्होंने (आत्मा) अधिकारियों की सलाह अनुसार एक बीघा में बेगन की खेती जैविक पद्धति से की। जिससे उनकी लागत में कमी आई। जहां उन्हें 50000 रूपये प्रति बीघा लागत लगाने पर 80000 तक की अधिकतम बेगन की फसल प्राप्त होती थी, वहीं अब 20000 रूपये लागत लगाने पर लगभग 1,00,000 की फसल प्राप्त हुई है, क्योंकि उन्हें किसी प्रकार की महंगी रासायनिक खाद्य एवं दवाईयों का उपयोग नही करना पड़ा और उनकी फसल का बाजार में अधिक मूल्य प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि मेरे साथ-साथ हमारे यहां के कई अन्य किसान भाईयों द्वारा भी जैविक सब्जी प्राप्त कर अच्छा मुनाफा प्राप्त कर रहे है। जैविक सब्जी उत्पादन में कीट एवं रोगों का प्रकोप कम होता है और जैविक कीटनाशक बनाने में खर्चा भी कम आता है तथा स्वास्थ्य पर किसी भी प्रकार का हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है।
श्री खुमान सिंह खुशी व्यक्त करते हुए कहते हैं कि सभी किसान भाईयों से अपील करता हूं कि वह जैविक सब्जी उत्पादन कर कम लागत में अच्छा उत्पादन प्राप्त करें। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 का विकास खण्ड स्तरीय पुरूस्कार राशि 10,000 रूपये भी उन्हें 26 जनवरी 2021 को प्रदाय किया गया है।




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