कानून व्यवस्था को चुस्त और दुरूस्त बनाया जाए - मुख्यमंत्री श्री चौहान
कानून व्यवस्था को चुस्त और दुरूस्त बनाया जाए - मुख्यमंत्री श्री चौहान
शहरी क्षेत्र की सडको के संधारण कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए,
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रालय से वीडियो कांफ्रेंस में दिये निर्देश,
गुना एनआईसी कक्ष में कलेक्टर श्री फ्रेंक नोबल ए., पुलिस अधीक्षक श्री राजीव कुमार मिश्रा रहे मौजूदगुना -मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कानून व्यवस्था की दिशा में अपराधों की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाये जाए। साथ ही चिन्हित अपराधों का निराकरण किया जाकर मप्र पुलिस स्पर्धा के रूप में अपने कार्यो को आगे बढायें। जिसके अंतर्गत हमारी पुलिस सबसे अच्छी का संदेश जन-जन तक पहुचाने के प्रयास किये जाएं। साथ ही थाना स्तर पर प्रतिस्पर्धा आयोजित की जाकर पुलिस के कार्यो को जवाबदेह बनाया जाए। जिससे प्रदेश में कानून व्यवस्था को चुस्त और दुरूस्त बनाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान गुरूवार को मंत्रालय भोपाल से वीसी के माध्यम से कलेक्टर्स, कमिश्नर, आईजी, पुलिस अधीक्षक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भू-माफियाओं पर कार्रवाई करने वाले अव्वल 5 जिलों शाजापुर, गुना, सीहोर,आगर और ग्वालियर को बधाई दी है। इन जिलों में भू माफियाओं से कुल 347 एकड़ भूमि मुक्त कराई गई है। गुना में सर्वाधिक 123 एकड़ भूमि मुक्त की गई। गुना एन.आई.सी. कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कलेक्टर श्री फ्रेंक नोबल ए., पुलिस अधीक्षक श्री राजीव कुमार मिश्रा, सीईओ जिला पंचायत श्री विवेक रघुवंशी, अपर कलेक्टर श्री आदित्य सिंह, संयुक्त कलेक्टर श्री संजीव केशव पांडे, महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री डी.एस जादौन सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कानून व्यवस्था की दृष्टि से मध्यप्रदेश अन्य राज्यों में अपनी पहचान स्थापित कर सके, जिसमें कानून व्यवस्था महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर-एसपी अपने-अपने जिलों में रणनीति बनाकर कानून व्यवस्था को ओर अधिक प्रभावी बनायें। उन्होने कहा कि कानून व्यवस्था में लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। इस दिशा में रिपोटिंग सिस्टम को भी सुधारा जाए। साथ ही महिलाओं की सुरक्षा की दिशा में जागरूकता अभियान संचालित किया जावे। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर मप्र बनाने की दिशा में उठाये जा रहे कदमों को आगे बढाने के प्रयास किये जावें। जिससे इस दिशा में की गई कार्यवाहियों को आमजनों तक पहुच सकें। उन्होंने कहा कि हमारी सोच सभी के कल्याण से संबंधित होनी चाहिए। जिससे मध्यप्रदेश विकास की दिशा में आगे बढेगा। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू रहा है, इसलिए अपराधियों को किसी भी सूरत में बक्शा नही जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गुम बालक-बालिकाओं की बरामदगी के संबंध में बेहतर कार्यवाही करने पर इंदौर, भोपाल, जबलपुर, धार, सागर, बैतूल, देवास, अलीराजपुर, अशोकनगर और आगर मालवा जिले को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिलावटखोरों के विरूद्ध भी अभियान जारी रखा जावे। उन्होंने कहा कि एनजीओ के माध्यम से कराये जा रहे कार्यो पर भी निगरानी रखी जावे। जिससे आम लोगों की भलाई की दिशा में किये जा रहे कार्य सभी के सामने आने चाहिए। उन्होंने कहा कि भूमि संबंधी विवादित जमीनों को चिन्हाकित किया जाकर उसका सदपयोग जनहित में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का लाभ मार्च तक उपलब्ध कराया जाना है। जिसके अंतर्गत उपभोक्ताओं को इस योजना का लाभ देने की दिशा में निरंतर कार्यवाही की जावे। साथ ही 07 फरवरी को विशेष अन्न उत्सव के अतंर्गत राशन उपलब्ध कराने की व्यवस्था कराई जावे।
श्री चौहान ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के अतंर्गत शहरी क्षेत्र की सडकों को सुधारने की दिशा में कदम उठाये जाएं। साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण को जन आन्दोलन का रूप देने की दिशा में कार्यवाही की जाए। जिला कलेक्टर प्रतिस्पर्धा के युग में शहरी क्षेत्र की सडकों के संधारण कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान करें। साथ ही नगरीय निकायों के माध्यम से सडकों की दशा सुधारने की दिशा में कदम उठायें। इसी प्रकार सीवर सिस्टम व्यवस्था को आवश्यकता वाले क्षेत्रो में प्रभावी बनाया जावे।
आयोजित वीडियों कान्फ्रेंस में जल जीवन मिशन,धान उपार्जन,शिशु एवं मातृ मृत्यु दर में कमी लाने,कोविड टीकाकरण,अनुपयोगी संपत्तियों को लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के पोर्टल पर दर्ज करने एवं अन्य विषयों पर विस्तार से समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए गए।



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