योग ध्यान प्राकृतिक चिकित्सा भारत की पहचान -- मुनि दुर्लभ
योग ध्यान प्राकृतिक चिकित्सा भारत की पहचान -- मुनि दुर्लभ
सागर नगर में चल रहा मुनिश्री दुर्लभ सागर जी का मंगल चातुर्मास
आरोन- नगर मे चल रहे परम पुज्य आचार्य भगवन 108 श्री विधासागर जी महामुनि राज के बात्सल्य मुर्ति शिष्य108 श्री मुनि श्री दुर्लभ सागर का मंगल चातुर्मास नगर में हो रहा है इस चातुर्मास के अंतर्गत नित्य धर्म की गंगा बह रही है मुनि श्री के चातुर्मास अंतर्गत धर्म उपदेश मे कहा कि तनाव भरी जीवन शैली में स्वस्थ रहने के लिए भारत की पहचान प्राचीन चिकित्सा पद्धति योग ध्यान प्राकृतिक चिकित्सा को हमें जीवन में अपनाना ही होगा तभी हम पूर्णतः स्वस्थ रह सकते है धर्म उपदेश के साथ-साथ इन चिकित्सा पद्धतियों की ओर लोगों को प्रेरित करने के लिए चातुर्मास अंतर्गत विशेष योग ध्यान प्राकृतिक चिकित्सा योगाचार्य के मार्गदर्शन मे कराई जा रही हैं साथ साथ स्वस्थ रहने के लिए विशेष टिप्स दिये जा रहे है भोपाल से पधारे भारत सरकार से मान्यता प्राप्त योगाचार्य राजीव जैन द्वारा योग की क्लास ली जा रही हैं जिसमें छोटे बच्चों के लिए स्मरण शक्ति बढ़ाने लंबाई बढाने के साथ- बड़ो के लिए शुगर वीपी कमर दर्द सायटिका सहित तमाम बामारियों को योग ध्यान से कंट्रोल करने के लिए विशेष योग क्रियाएं सिखाई जा रही है महाराज श्री प्रतिदिन बच्चों एवं छात्रों के विशेष लौकिक एवं धार्मिक कक्षा लगाकर संस्कारित कर रहे है एवं छात्रो को परीक्षा मे सफलता हेतु विशेष टिप्स रविबार को दिये महाराज श्री के मुखारविंद से विशेष शांतिधारा का बाचन हो रहा है चातुर्मास अंतर्गत विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन नित्य हो रहा है आरोन में मुनि श्री के चातुर्मास अंतर्गत क्रोध विषय पर दुर्लभ वाणी प्रवचन माला में प्रतिदिन क्रोध के विषय में समझाया जा रहा है धर्म सभा में क्रोध विषय पर विशेष प्रवचन चल रहे है आचार्य विधासागर पूजन पुर्ण्याजक अशोक कुमार विनोद कुमार ग्रहस्थ जीवन के105 श्री शरण मति माता जी डोंगर परिवार समस्त कार्यक्रम में सकल दिगंबर जैन समाज के साथ अध्यक्ष विजय कुमार डोडिया चातुर्मास कमेटी अध्यक्ष मिंटू लाल जैन बाखर नरेश चंद उपस्थित रहे समस्त जानकारी के के सरकार द्वारा दी गयी
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