सृजन कार्यक्रम में बच्चों को दी बाल कानूनों की जानकारी
सृजन कार्यक्रम में बच्चों को दी बाल कानूनों की जानकारी
कानून को सुनें,समझें,पढ़ें तभी आप स्वयं की रक्षा कर सकते हैं- न्यायाधीश अरविंद जैन
रायसेन-सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत जिले में पुलिस अधीक्षक पंकज पांडे के निर्देशन में सृजन कार्यक्रम संचालित है। इस आयोजन में आठवें दिन कुटुंब न्यायालय रायसेन के प्रधान न्यायाधीश अरविंद कुमार जैन ने बच्चों से संवाद किया।जिला समन्वयक अनिल भवरे ने बताया कि रायसेन जिले में पुलिस के साथ कृषक सहयोग संस्थान द्वारा पिछड़ा वर्ग छात्रवास राहुल नगर में सृजन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। अथिति वक्त एवं प्रशिक्षक कुटुम्ब न्यायालय के न्यायाधीश ने बच्चों को सरल भाषा में देश की व्यवस्थाओं को समझाया।
बच्चों को बताया कानून का महत्व-
श्री जैन ने बच्चों को बताया कि कानून को सुनें, समझें और पढ़ें तभी आप स्वयं की रक्षा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ बनने के लिए सबसे पहले हमारा पहला लक्ष्य होना चाहिए कि हमें कुछ बनना है और कुछ बनने के लिए निरंतर अभ्यास और परिश्रम की आवश्यकता होती है।
बाल हिंसा और रोकथाम के उपाय-
श्री जैन ने बच्चों को बाल हिंसा क्या है और इसकी रोकथाम के लिए क्या उपाय हो सकते हैं, इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समाज में बाल अपराध किस तरह चुनौती बन चुका है और इसके लिए कानून बनाए गए हैं।
पॉक्सो और बाल श्रम कानून की जानकारी-
न्यायधीश श्री जैन ने बच्चों को पॉक्सो और बाल श्रम कानून की जानकारी दी और कहा कि बच्चों के लैंगिक शोषण से बचाने के लिए पोक्सो एक्ट बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई बिना उद्देश्य पीछा करे, बिना पहचान के मैसेज भेजे या छेड़खानी करे तो यह अपराध है और इसके लिए 5 साल तक की सजा हो सकती है।
निःशुल्क कानूनी सहायता-
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अधिकारी अनीस अब्बासी ने बताया कि समाज में निर्धन और असहाय लोगों को निशुल्क कानूनी सहायता दी जाती है। उन्होंने कहा कि यह सहयोग तहसील से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक सहायता करती है।
सृजन कार्यक्रम के उद्देश्य-
कृषक सहयोग संस्थान के निदेशक डॉ एच बी सेन ने बच्चों को सृजन कार्यक्रम के उद्देश्यों से अवगत कराया और कहा कि प्रशिक्षण के बाद आपके व्यवहार में परिवर्तन दिखाई देना चाहिए तभी कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्ण होगा। जिला समन्वयक अनिल भवरे ने बताया कि 18 दिवसीय इस आयोजन में प्रतिदिन अलग अलग विषयों पर अतिथियों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाता है। कल महिला हिंसा कानून और मुद्दे विषय पर जानकारी दी जाएगी। आज इस कार्यक्रम में 60 बच्चों ने भाग लिया।
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