जिला जेल में मनाया गया श्री जन्माष्टमी महोत्सव
जिला जेल में मनाया गया श्री जन्माष्टमी महोत्सव
प्रभु के सतत नाम स्मरण से जेल भी मंदिर बन जाती है -कैलाश मंथन
भगवान कृष्ण के जीवन से शिक्षा लेकर कर्म योगी बनेंः -कैलाश मंथन
जन्माष्टमी पर जेल परिसर में गूंजे 'नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की' के स्वर
विराट हिंदु उत्सव समिति चिंतन मंच एवं हनुमान टेकरी ट्रस्ट के तत्वाधान में बंदियों ने मनाया कृष्ण जन्म महोत्सव
गुना। मानव जीवन की सार्थकता भगवान के भजन में ही है। भगवान कृष्ण के चरित्र से कर्मयोगी बनने की शिक्षा प्राप्त होती है ।श्री कृष्ण पूर्ण ब्रह्म पुरुषोत्तम थे लेकिन उन्होंने मानव मात्र के कल्याण के लिए मानवीय लीलाएं कर भक्ति मार्ग का सहज सुलभ साधन उपलब्ध करा दिया। जब जब भी आसुरी प्रवृत्तियां बढ़ती हैं तब तब भगवान दुष्टों के विनाश के लिए पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। जन्माष्टमी महापर्व के अवसर पर जिला जेल परिसर में विराट हिंदू उत्सव समिति चिंतन मंच एवं हनुमान टेकरी ट्रस्ट समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता विराट हिंदू उत्सव समिति प्रमुख समाजसेवी कैलाश मंथन ने करीब 500बंदियों को संबोधित करते हुए विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा जीवन में भगवान का नाम संकीर्तन करने से सारे दुखों का अंत होता है ।जेल के एकांत जीवन को भगवान के नाम स्मरण करते हुए बिताना चाहिए एकमात्र राम का ही सहारा होता है इसीलिए बंदियों को राम नाम लेखन के लिए हनुमान टेकरी ट्रस्ट की ओर से राम नाम लेखन पुस्तक वितरित की जा रही है जेल में बंद सैकड़ो बंदियों द्वारा राम नाम संकीर्तन एवं लेखन किया जा रहा है। इसका परिणाम सकारात्मक हुआ है ।इस अवसर पर कैलाश मंथन द्वारा भगवान कृष्ण के मंत्रों का नाम संकीर्तन कराया गया एवं बंदियों को रुद्राक्ष भेंट किए गए ।कार्यक्रम में विशेष रूप से टेकरी ट्रस्ट के अध्यक्ष नारायण अग्रवाल एवं कोषाध्यक्ष गुलशन जुनेजा उपस्थित थे। उन्होंने कहा अपराधिक जीवन को छोड़कर प्रभु की शरण लेकर उनका नाम स्मरण करें ।कार्यक्रम के दौरान सभी कैदियों को शुद्ध घी का मिष्ठान महाप्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम के अंत में जेल के मुख्य शिक्षक मुकेश रावत ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर बंदियों ने बैरक के अंदर भगवान कृष्ण की सुंदर झांकी सजाई एवं कैदियों के बीच मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
कोई टिप्पणी नहीं