सर्वश्रेष्ठ दस झांकियों को प्रदान की गई चिंतन शील्ड
विराट हिन्दू उत्सव समिति ने किया नवरात्रि झांकियों को पुरस्कृत
सर्वश्रेष्ठ दस झांकियों को प्रदान की गई चिंतन शील्ड
नवरात्रि-विजयादशमी शक्ति की आराधना के पावन पर्व हैं- कैलाश मंथन
गुना। नवरात्रि महोत्सव के अवसर पर विराट हिन्दू उत्सव समिति प्रमुख कैलाश मंथन ने मां अंबे की श्रेष्ठतम् झांकियों को प्रतिष्ठित चिंतन शील्ड से सम्मानित किया। नवमीं की रात एवं दशहरे पर विशाल चल समारोह के दौरान निकली सभी झांकियों को जय मां अम्बे सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक देर रात को करीब एक सैकड़ा झांकियों को हनुमान चौराहा मंदिर पर सम्मानित कर मां की पूजा अर्चना की गई। इस दौरान शहर एवं अंचल के हजारों युवाओं एवं बच्चों नेे कार्यक्रम में हिस्सेदारी की। नवमीं की रात मां दुर्गा भवानी एवं भारत माता की जय के नारों से शहर गुंजायमान होता रहा। गुना शहर में लगी नयनाभिराम प्रमुख झांकियों में से बूढ़े बालाजी पर लगी बाबा बर्फानी एवं मां वैष्णो देवी की विशाल झांकी, कमला गैरेज पर पौराणिक गाथा, तलैया मोहल्ला, एवं पिछले तीन दशकों से लग रही हनुमान चौराहा, रेलवे स्टेशन, नयापुरा चौराहा की झांकियों को विशेष सम्मान दिया गया। शहर के छोटा एवं बड़ा सर्राफा बाजार की झांकियों में हुए भंडारों को विशेष रूप से पुरस्कृत किया गया। वहीं खटीक मोहल्ला एवं जयस्तंभ चौराहा पर लगी मां महाकाली की विशाल प्रतिमाओं को भी विशेष पुरस्कार दिए गए। इसक अलावा कैंट रोड, गुलाबगंज, गोपालपुरा, नानाखेड़ी, बूढ़ेबालाजी, नजूल कॉलोनी, पुरानी छावनी, पठार मोहल्ला सहित अनेकों झांकियों को विशेष सम्मान प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि नवरात्रि एवं दशहरा शक्ति की आराधना के पर्व हैं, समाज को संगठित करके ही राष्ट्र की उन्नति होती है। धर्म की रक्षा करने से देश की रक्षा होती है। कार्यक्रम के दौरान हिउस प्रमुख मंथन ने समस्त कार्यकर्ताओं एवं व्यवस्था में लगे प्रशासनिक अधिकारी, पुलिसकर्मियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। श्री मंथन ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार चल समारोह में सभी चलित झांकियां रात्रि 9 बजे से शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुई हनुमान चौराहा मंदिर पर एकत्रित हुई। जहां मां दुर्गा की प्रतिमाओं की पूजा अर्चना हुई। इस दौरान मंदिर समिति द्वारा चल समारोह के दौरान प्रसादी का वितरण कराया गया। चल समारोह के दौरान नवमी देर रात से विजयादशमी की दोपहर तक दुर्गा प्रतिमा विसर्जित होती रही। चल समारोह में निकलने वाली सभी झांकियों को चिंतन मंच एवं विराट हिन्दू उत्सव समिति की ओर से सम्मान पत्र दिया गया।




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