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मां शक्ति की उपासना का महोत्सव है नवरात्रि-कैलाश मंथन

घट स्थापना के साथ नवदुर्गा महोत्सव का हुआ शुभारंभ

मां शक्ति की उपासना का महोत्सव है नवरात्रि-कैलाश मंथन


गुना। घटस्थापना के साथ ही सोमवार को विराट हिन्दू उत्सव समिति के तहत चिंतन हाउस में सर्राफा बाजार में घट स्थापना, अखण्ड ज्योति प्रज्जवलन के साथ मां शक्ति भवानी की नव दिवसीय आराधना का शुभारंभ हुआ। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक कोविड काल के दो वर्षों बाद इस बार नवरात्रि पर्व ऐतिहासिक है। अंचल के अधिकांश ग्रामों एवं शहरी क्षेत्र की प्रत्येक बस्तियों में पंडालों में यांत्रिक चलित एवं स्थिर झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र है। कार्यक्रम संयोजक कैलाश मंथन ने बताया कि विराट हिन्दू उत्सव समिति एवं चिंतन मंच के तहत क्षेत्र में 250 श्रेष्ठ झांकियों को सम्मानित किया जाएगा। शहर की श्रेष्ठतम झांकियों को चिंतन शील्ड के साथ सभी झांकी समितियों एवं चल समारोह में शारिक होने वाली झांकियों को स्मृति चिन्ह मां शक्ति सम्मान से पुरस्कृत किया जाएगा। अंचल में पिछले 37 वर्षों से नवरात्रि महोत्सव मनाया जा रहा है। सन 1983 में एक दर्जन दुर्गा प्रतिमाओं की स्थापना के साथ प्रथम भव्य चल समारोह निकाला गया था। अनुमान के मुताबिक जिले में करीब ढाई हजार स्थानों, कस्बों, ग्रामों की बस्तियों में मां दुर्गा की झांकी लग रही हैं। चिंतन मंच के तहत सन 1985 से झांकियों को चिंतन शील्ड से सम्मानित किया जाता है। हिउस अध्यक्ष कैलाश मंथन के मुताबिक घर-घर में मां शक्ति की उपासना होती है। ऐसे में सामूहिक कार्यक्रम के तहत सामाजिक एवं धार्मिक संगठन एकता का प्रदर्शन होता है।

मुख्य कार्यक्रम सप्तमी, अष्टमी एवं नवमी को होगा। मां बीस भुजा भवानी एवं निहाल देवी (65) सिरसी, बजरंगगढ़ (10) दोनों स्थानों पर 9 दिन में 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने बताया कि प्रशासनिक लापरवाही के चलते अब तक प्रमुख मार्गों का दुरस्तीकरण नहीं हुआ है। वहीं बार-बार विद्युत कटौती समस्या बन गई है। नवरात्रि आरंभ हो चुकी हैं यातायात विभाग ने अब तक सिद्ध स्थलों पर पहुंचने वाले वाहनों का मंदिर किराया निर्धारण नहीं किया है। वहीं पीने का पानी का संकट बना हुआ है।

विसर्जन स्थलों पर कुशल गोताखोर तैनात किए जाएं

हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक पिछले कई वर्षों से देखा जा रहा है कि विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम एवं रोशनी ना होने के कारण अनेकों बार बच्चों एवं लोगों के डूबने की घटनाएं हो चुकी हैं। प्रशासन ने अभी तक इन हादसों से सबक नहीं लिया। नवरात्रि के दौरान सभी झांकी स्थलों, शहर के प्रमुख मार्गों एवं विसर्जन स्थलों पर पर्याप्त सुरक्षा बल लगाए जाए। साफ सफाई एवं पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए।

महाराजा अग्रसेन के राज्य में कोई भी निर्धन नहीं था- कैलाश मंथन

हिउस ने किया अग्रसेन शोभायात्रा का भव्य स्वागत

समाजवाद के प्रतीक थे महाराजा अग्रसेन-कैलाश मंथन

गुना। महाराजा अग्रसेन की जयंती पर शहर में निकली शोभायात्रा का सर्राफा बाजार स्थित चिंतन हाउस पर भव्य स्वागत किया गया। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने महाराजा अग्रसेन का पूजन अर्चन कर आरती उतारी। इस मौके पर चिंतन हाउस में आयोजित संगोष्ठी में हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने कहा कि महाराजा अग्रसेन के समय की मजबूत अर्थ नीति के कारण ही अग्रवाल समाज देश की अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने में प्रमुख स्थान रखता है। महाराजा अग्रसेन के समय उनके राज्य में कोई भी निवासी निर्धन नहीं था। उनके राज्य में बसने वालों को राज्य का प्रत्येक परिवार एक रुपया एक ईंट भेंट कर उसे आवास एवं व्यापार के लिए धन उपलब्ध कराता था। विश्व के विभिन्न राष्ट्रों में अग्र बंधु व्यापार उद्योग कार्पोरेट जगत में अग्रणी हैं। कार्यक्रम में चिंतन मंच संयोजक कैलाश मंथन, विवेक किशोर गर्ग, रामकृष्ण अग्रवाल, गिर्राज किशोर सहित अनेकों सहयोगियों एवं कार्यकर्ताओं ने हिस्सेदारी की।

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