गुना कलेक्टर निराशा को भी बदलते हैं आशा मे
सफलता की कहानी
कलेक्टर श्री फ्रेंक नोबल ए. ने जनसुनवाई में कल्याणी कृष्णा को मौके पर कल्याणी पेंशन योजनांतर्गत स्वीकृत की पेंशन
खाद्यान्न दिलाये जाने के भी विभाग को दिये निर्देश
गुना -आम जनसुनवाई के दौरान कल्याणी कृष्णा रजक ने अपनी आपबीती व्यथा कलेक्टर श्री फ्रेंक नोबल ए. को इस प्रकार सुनायी थी, जिस पर कलेक्टर द्रवित हो गये। कल्याणी कृष्णा ने बताया कि मेरे पति चार माह पूर्व बीमारी के चलते स्वर्गवासी हो गये। मेरे वृद्ध ससुर लकवे के मरीज हैं। जो परिवार की उदरपूर्ति के लिए कोई कार्य नही कर पाते हैं। सास बीमार रहती हैं। मेरे दो पुत्र हैं। पति के स्वर्गवासी हो जाने से मेरे पास रोजगार की कोई व्यवस्था नही है। झाड़ू-पौछे के कार्य से मिली रकम से मेरा घर खर्च नही चल पाता। मुझे मेरी पडौसी बहन ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी की जनसुनवाई/ कलेक्ट्रेट में जाकर आवेदन दो।
आज जब मैं कलेक्टर साहब से मिली और मैनें अपनी व्यथा सुनाई तो साहब ने मुझसे पूछा कि खाने-पीने की क्या व्यवस्था है ? मैनें अपनी आपबीती सुनाई तो साहब ने तत्काल एक घंटे के अंदर सामाजिक न्याय विभाग से कल्याणी योजनांतर्गत पेंशन स्वीकृत की और खाद्यान्न दिलाये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। जिले के कलेक्टर मेरे अन्नदाता स्वरूप हैं। जिनके निर्देश पर मेरी उदरपूर्ति होगी। मैं उनका बहुत-बहुत धन्यवाद ज्ञापित करती हूँ।




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