फरियादिया बनी आरोपी, 2 हफ्ते से पुलिस हिरासत में
गुना अश्लील छेड़छाड़ की लगातार शिकायतें कर रही संध्या साहू पर ज्यादतियों का दौर थम नहीं रहा है पहले अश्लील इशारों शरीर को भेद डालने वाली घूरती हुई आंखों और अनैतिक ताक झांक से परेशान थी अब पिछले दो हफ्तों से पुलिस की हिरासत में है संध्या साहू का कसूर केवल इतना भर है कि उसने अपनी आबरू को बचाने के लिए उस युवक पर हाथ उठा दिया जिस पर उसे लगातार छेड़ते रहने के आरोप चश्पा है जब संध्या और उसके परिजनों ने अपनी मान प्रतिष्ठा खुद बचाने की हिम्मत दिखाई तो 1 साल से फौरी कार्रवाई कर मामले को अनदेखा कर रही पुलिस अचानक हरकत में आ गई । संध्या साहू और उसके समूचे परिवार को उठा लिया गया । जो उसकी हिमायत करने पहुंचे उन्हें सलाखों में ठूंसने की धमकियां दी गई । कल तक जो छेड़छाड़ की शिकार फरियादिया थी अब उस पर पुलिसिया अत्याचार जारी है वहीं लगातार 1 साल से छेड़छाड़ का आरोपी बना युवक से पुलिस की नजर में वेबस, बेचारा और फरियादी बन गया है ।
मामला मध्य प्रदेश के गुना जिला मुख्यालय का है यहां नानाखेड़ी क्षेत्र में स्थित पिपरौदा चौराहे पर सचिन्द्र साहू का परिवार निवास करता है आरोप है कि इसी सचिन्द्र की बेटी संध्या को पड़ोसी युवक अजय धाकड़ तब से परेशान कर रहा है जब वह 17 वर्ष की हुआ करती थी पुलिस को शिकायत की तो मामले को अनदेखा किया जाता रहा । फलस्वरूप छेड़छाड़ के आरोपी अजय धाकड़ के हौसले और बुलंद हुए। स्वभाव से सीधा साधा संध्या का परिवार पूरे एक साल तक इस अनैतिक यातना को झेलता रहा । जब सहनशीलता जवाब दे गई तो पूरा परिवार कैंट थाने पहुंचकर वहीं जम गया तब कहीं जाकर दिनांक 12 मार्च 2021 को धारा 354, 354क-1-4, 354घ, 506 के तहत पहली शिकायत दर्ज की गई। तब से अभी तक मामला अदालत में विचाराधीन है जबकि उक्त मामले का आरोपी अजय धाकड़ जमानत पर बाहर बना हुआ है । संध्या ने जितना अपने परिजनों और रिश्तेदारों को बताया, उसके मुताबिक अजय लगातार उसके साथ अश्लील इशारे, छेड़छाड़, छींटाकशी और ताक-झांक जैसी हरकतें करता रहा । जब जब पुलिस में फरियाद की गई, तब तब पीड़िता को यह कहकर चलता कर दिया गया कि हमने कार्यवाही कर दी, अब अदालत जाने। बाद में 11 अगस्त 2021 को आरोपी अजय धाकड़ की अनैतिक हरकतें बढ़ी तो संध्या ने थाने में पुनः रिपोर्ट दर्ज करने पर जोर दिया । उस वक्त भी आवेदन लेकर उसे चलता कर दिया गया । जाहिर है इन परिस्थितियों में फरियादी पक्ष संध्या और उसके परिवार को लगातार यातनाएं मिल रही थी । जबकि आरोपी अजय धाकड़ के हौसले लगातार बुलंद हो रहे थे । प्राप्त जानकारी के मुताबिक 4 फरवरी 2022 को आरोपी अजय धाकड़ ने संध्या को फिर छेड़ा उसके साथ खींचतान की कपड़े खींचे और ज्यादती का प्रयास किया । लड़की किसी प्रकार छूट कर अपने घर पहुंची और रोते हुए सारा वाक्या परिजनों को कह सुनाया । कुल मिलाकर 2 वर्षों बेइच्चती का घूंट पी रहे संध्या के परिजनों के सब्र का बांध टूटा तो वह पहली बार आरोपी से सवाल जवाब करने उसके घर पहुंचे । कहासुनी शुरू हुई तो गलती मानने की बजाय अजय तथा उसका परिवार संध्या और उसके परिजनों से लड़ाई झगड़ा, गाली गलौज करने लगा । बात बिगड़ी तो मामला हाथापाई पर आ पहुंचा । परिस्थितिवश संध्या और उसके परिजनों ने अजय को बुरी तरह धुन दिया । छेड़-छाड़ के आरोपी की पिटाई का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, 2 साल से हाथ पर हाथ धरे बैठी पुलिस हरकत में आ गई । फजीहत से बचने के लिए आनन फानन में छेड़छाड़ की शिकार संध्या और उसके परिजनों को उठा लिया गया । एक पखवाड़ा बीतने को है, संध्या और उसके परिजन अभी भी पुलिस हिरासत में हैं । अब जो भी पीड़िता के पक्ष में बोलता है पुलिस उसे घुड़का रहीं हैं । फलस्वरुप साहू समाज के भीतर प्रदेश भर में आक्रोश का माहौल है । सभी ओर से एक ही आवाज उठ रही है कि पुलिस की अकर्मण्य कार्यप्रणाली ने मामले को बिगाड़ा है । यदि कार्यवाही करनी है तो उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ करनी चाहिए, जो लगातार मामले को टालते रहे और माहौल को बिगड़ जाने दिया । संध्या को तो पुलिस के आला अधिकारियों और सरकार के शीर्षस्थ पदाधिकारियों के संरक्षण की आवश्यकता है ।
इनका कहना है



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