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अत्याचारी असुरों का अंत करने अवतरित होते हैं भगवान नृसिंह- कैलाश मंथन

भगवान नृसिंह का प्राकट्योत्सव भव्यता से मना*

अत्याचारी असुरों का अंत करने अवतरित होते हैं भगवान नृसिंह- कैलाश मंथन

पुष्टीमार्गीय केंद्रों सत्संग मंडलो में हुए विशेष मनोरथ

गोपालपुरा उमरी में हुआ विशेष कार्यक्रम



गुना। अंतर्राष्ट्रीय गीता प्रचार मिशन, विराट हिन्दू उत्सव समिति, नारी शक्ति चिंतन मंच ,अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद मध्य प्रदेश के तहत रविवार को अंचल में भगवान नृसिंह का प्राकट्योत्सव परम उत्साह से मनाया गया। इस मौके पर शहर के प्रमुख मंदिरों, धार्मिक एवं पुष्टि भक्ति केंद्रों पर भगवान श्री हरि नृसिंह देव के प्राकट्य दिवस पर विशेष मनोरथ,महाआरती, पालना महोत्सव एवं नामजप संकीर्तन के कार्यक्रम संपन्न हुए। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक सनातन धर्म में नृसिंह अवतार का विशेष महत्व माना जाता है। जब भक्त की रक्षा के लिए भगवान स्वयं प्रकट हुए। परम भक्ति से भगवान को प्रकट किया जा सकता है। इस अवसर पर अंचल के करीब सवा सौ ग्रामों में संकीर्तन, सत्संग मंडलों में विशेष मनोरथ आयोजित हुए। वहीं ठाकुर जी श्रीकृष्ण एवं भगवान विष्णु के मंदिरों में महाआरती आदि कार्यक्रम संपन्न हुए। श्रीनाथ जी के मंदिर में महाआरती एवं विशेष महाप्रसादी का भोग धराया गया।


इस अवसर पर चिंतन हाउस में वार्ता प्रसंग में श्रद्धालुओं के बीच अंतर्राष्ट्रीय पुष्टि मार्गीय वैष्णव परिषद के प्रांतीय प्रचार प्रमुख एवं विराट हिउस के जिलाध्यक्ष कैलाश मंथन ने कहा कि भक्त शिरोमणि प्रहलाद की रक्षा के लिए भगवान श्री हरि ने नृसिंह रूप में प्रकट होकर यह साबित कर दिया कि प्रभु सर्वत्र, कण-कण में विराजमान है। भक्त प्रहलाद पर अत्याचार करने वाले क्रूर पिता असुर हिरण्यकशिपु का अंत करने के लिए भगवान नृसिंह रूप में खंबे को फाड़कर प्रकट हो गए। इतिहास इस बात का गवाह है कि जब-जब धर्म की हानि होती है अधर्मी अत्याचारी शासकों का आंतक होता है तब-तब प्रभु अपने भक्तों एवं सृष्टि की रक्षा के लिए प्रभु अवतार ग्रहण करते हैं। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने कहा कि भक्त प्रहलाद को भगवान का अनुग्रह प्राप्त था उनकी पुष्टिभक्ति सिद्ध हो चुकी थी। वे सर्वत्र भगवान का अनुभव करते थे। उसके पिता को ब्रह्मा ने अमरता के वरदान के बावजूद भगवान ने अद्भुत नरसिंह रूप धर कर भक्त प्रहलाद की वाणी सिद्ध की। उनकी भक्ति की शिक्षा मानव मात्र के कल्याण के लिए है।


वही उमरी के गोपालपुर गांव में गोस्वामी श्री गोवर्धनेश जी दर्शन बाबा ने श्रीमद् भागवत कथा की पूर्णाहुति के दौरान भगवान नरसिंह का चरित्र वर्णन किया । इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।


12 मई को बुद्ध जयंती पर होंगे कार्यक्रम, बौद्धिक चिंतन गोष्ठी


12 मई को बुद्ध जयंती पर विराट हिन्दू उत्सव समिति, चिंतन मंच के तहत चिंतन हाउस में विशेष बौद्धिक वार्ता चिंतन गोष्ठी में भगवान बुद्ध को याद किया जाएगा।

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