राष्ट्र धर्म की रक्षा के लिये नारी शक्ति की जाग्रति जरुरी: कैलाश मंथन
गीता भेंट कर मातृशक्ति का किया गया सम्मान
राष्ट्र धर्म की रक्षा के लिये नारी शक्ति की जाग्रति जरुरी: कैलाश मंथन
गुना।नारी शक्ति चिंतन मंच ग्रुप एवं अंतर्राष्ट्रीय निशुल्क गीता प्रचार मिशन भारत के तहत भगवान नरसिंह जयंती एवं मदर्स डे के अवसर पर चिंतन गोष्ठी में मातृशक्ति को श्रीमद् भगवद् गीता की प्रतियां भेंट कर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर चिंतन मंच एवं अंतर्राष्ट्रीय गीता प्रचार मिशन के प्रमुख संयोजक कैलाश मंथन ने मां की महिमा बताते हुए मातृ शक्ति नारी जगत से राष्ट्र धर्म की रक्षा के लिये जागृति का आव्हान किया। कैलाश मंथन ने श्रीमद्भगवद्गीता प्रचार मिशन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की 15 राज्यों में नारी शक्ति चिंतन मंच के तहत कार्य किया जा रहा है, अब तक पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान ,उड़ीसा, झारखंड, हरियाणा, पंजाब,बिहार, उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ अनेक राज्यों में नारी शक्ति के तहत निशुल्क गीता जी का वितरण किया जा रहा है। अब तक सवा लाख से अधिक गीता जी की प्रतियों का निशुल्क वितरण किया गया है ।प्राणी मात्र की सेवा करना ही प्रत्येक इंसान का कर्तव्य है। हमें फल की आशा छोड़कर श्रेष्ठ कार्य करते रहना चाहिए,यही मानव धर्म है। कार्यक्रम में उपस्थित महिला नेत्रियों द्वारा मां की महिमा पर अपने विचार व्यक्त किए।
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