भारतीय संस्कृति में भक्ति का रंग सर्वोपरि-कैलाश मंथन
धुलेंडी 25 मार्च को होगा 40 दिवसीय फागोत्सव का समापन
अंचल में कृष्णभक्तों पर चढ़ा भक्ति का रंगभारतीय संस्कृति में भक्ति का रंग सर्वोपरि-कैलाश मंथन
गुना। भारतीय संस्कृति में होली का रंगारंग पर्व उल्लास उमंग और उत्साह का प्रतीक है। दुखों में डूबा मानव मात्र होली के अवसर पर विभिन्न रंगों में डूबता उतराता है। नई चेतना, स्फूर्ति प्राप्त करता है। अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद के प्रांतीय प्रचार प्रमुख कैलाश मंथन ने होली पर आयोजित रंगारंग सत्संग सभा में कहा कि भगवान कृष्ण की भक्ति का रंग जिस पर चढ़ता है उसका बेडा पार हो जाता है। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने बताया कि पुष्टिमार्गीय केंद्रों पर 40 दिवसीय फागोत्सव का समापन धुलेंडी दोलोत्सव पर संपन्न होता है। पिछले सवा माह से गुना-बमोरी अंचल के दो सैकड़ा से अधिक गांवों में पुष्टिभक्ति केंद्रों पर भगवान कृष्ण को विशेष लाड लड़ा कर भक्तगण वल्लभकुल आचार्यों की उपस्थिति में भगवान के साथ होली खेलने टका आनंद ले रहे हैं ।
अंचल में 250 से अधिक स्थानों पर होगा होलिका पूजन एवं दहन
होली पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की मांग
शांति-सद्भाव से मनाएं होली का त्यौहार-
कैलाश मंथन
अंचल में करीब 250 प्रमुख स्थानों पर होलिका पूजन एवं दहन होगा। विराट हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष कैलाश मंथन ने सभी संवेदनशील स्थलों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ साफ-सफाई, निरंतर विद्युत एवं जल आपूर्ति करने की मांग जिला एवं स्थानीय प्रशासन से की है। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने होली का त्यौहार शांति-सद्भाव से मनाने की अपील की है। शहर के ख्यावदा चौराहा, बूढ़े बालाजी, श्रीराम कॉलोनी, बजरंगगढ़ रोड, गुलाबगंज, बांसखेड़ी, पुरानी नगरपालिका, शिवाजी नगर, कर्नलगंज, शनि मंदिर जगनपुर बस्ती सहित करीब एक दर्जन क्षेत्र संवेदनशील माने जाते हैं। शहर की सार्वजनिक होली पुरानी गल्ला मंडी में जलाई जाती है।
श्री मंथन के मुताबिक पिछले कई सालों से लकड़ी की कमी के चलते अब कंडों की होली जलाने पर ध्यान दिया जा रहा है। गौवंश के गोबर से बने कंडे, मलरिया आदि होलिका दहन में उपयोग किए जाते हैं। कंडों की होली जलाने से वातावरण पवित्र एवं शुद्ध होता है। गर्मी का मौसम शुरू होते ही मच्छरों की भरमार होती है। होली में कंडों का अधिकाधिक प्रयोग होने से मलेरिया आदि बीमारियां दूर होती हैं। जहरीले कीटाणुओं का खात्मा होता है।
प्राकृतिक रंगों से खेलें होली
हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने प्राकृतिक रंगों एवं अबीर गुलाल, चंदन से होली खेलने का अनुरोध आम जनता से किया है। हिउस ने अपील की है कि वर्तमान में कैमिकल रंगों का उपयोग होने से त्वचा पर घातक असर हो रहा है। इसलिए प्रशासन को भी नकली एवं कैमिकल रंगों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
24 मार्च को होली पूजन एवं दहन, 25 मार्च को धुलेंडी एवं पंचमी पर भव्य कार्यक्रम विराट हिन्दू उत्सव समिति के तहत संपन्न होंगे। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने कहा होली पर अंचल के करीब सौ संवेदनशील होली दहन स्थलों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की जाना जरूरी है।
सोमवार 25 मार्च धुलेंडी एवं रंगपंचमी पर भव्य कार्यक्रम विराट हिन्दू उत्सव समिति के तहत संपन्न होंगे ।
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