सुनील आचार्य ने गुना स्टेशन पहुंचकर जायजा लिया
सुनील आचार्य ने गुना स्टेशन पहुंचकर जायजा लिया
गुना-रेल यात्रियो के फोन पर शिकायत होने पर सुनील आचार्य ने गुना स्टेशन पहुंचकर जायजा लिया जहां उन्होने खाद्य पदार्थो को कागज में विक्रय करते देखा वही सादा खाना को 50 रु में विक्रय करते पाया यात्रियो ने बताया कि प्लेटफार्म नामांकित होने के बाद भी गाडियो को किसी भी प्लेटफार्म पर ले लिया जाता है यात्री गाडियो की लिखी सूची में प्लेटफार्म नम्बर देखकर रेलयात्री उसी प्लेटफार्म पर पहुंच जाता अपना भारी लगेज के साथ और इलेक्ट्रानिक डिस्प्ले भी प्लेटफार्म नम्बर 2 पर आने का संकेत देता रहता है परंतु जब गाडी आने का समय हो जाता है उसके 5 मिनट पहले एलांउस किया जाता है कि उक्त गाडी प्लेटफार्म नम्बर 1 पर आयेगी यात्री आनन फानन में अपना भारी लगेज और बच्चो के साथ प्लेटफार्म 1पर भागना शुरु करता है इतनी भीड में कोई जीने से कोई लिफ्ट से तो कोई जल्दबाजी में लाइन को क्रोस करता हुआ प्लेटफार्म 1पर पहुंचता है अगर इसी आनन फानन में आते जाते कोई गाडी आ जाये तो इन यात्रियो के साथ क्या होगा इन यात्रियो में बूढे वृद्ध और रोगी रेल यात्री भी होते है अगर जल्द बाजी में इनके साथ कुछ अनहोनी हो जाये तो इनका उत्तरदायित्व रेलवे का या फिर आनन फानन में प्लेटफार्म बदलने बाले अधिकारियो का, आज इसी शिकायत को लेकर जैड आर यू सी सी मेंबर सुनील आचार्य नें गुना स्टेशन पर संबंधित अधिकारियो से वार्तालाप की सुनील आचार्य ने बताया कि आज गुना स्टेशन पर वह इंदौर चंढीगढ गाडी आने से 1घंटे पहले पहुंच गये थे जब डिस्प्ले इंदौर चंढीगढ की जानकारी प्लेटफार्म 2पर आने की बता रहा था गाडी के आने से पहले कोटा कि ओर से प्लेटफार्म 2पर डबल मालगाडी आयी वह भी करीब 5,7 मिनट खडी रही उसी समय इंदौर चंडीगढ आऊटर पर खडी कर दी माल को प्लेटफार्म 2से रवाना किया गया अब 1,और2 दोनो प्लेटफार्म खाली हो चुके थे इसके दो मिनट बाद एलांउस किया गया कि कि इंदौर चंडीगढ गाडी 1पर आ रही है जब यात्री इधर उधर भागने लगे तो उसी समय आचार्य ने गुना स्टेशन प्रबंधक महोदय को फोन लगाया और कहां कि 1और2 प्लेटफार्म खाली है और इंदौर चंडीगढ गाडी का नामांकित प्लेटफार्म 2 है तो प्लेटफार्म 1 पर आने का एलांउस क्यो किया जा रहां है तब प्रबंधक महोदय ने जबाव दिया कि मुझे पता नही में जानकारी लेता हूं तब तक उक्त गाडी प्लेटफार्म 1पर इंटर करने लगी आचार्य ने उपस्थित रेल यात्रियो के परिजनो से बात भी उक्त गाडी के जाने के बाद भोपाल मंडल के एक डी आर एम महोदय से फोन कर आचार्य ने शिकायत की कि गुना स्टेशन पर गाडियो के प्लेटफार्म नामांकित कर दिये गये है तो संबंधित अधिकारी नामांकित प्लेटफार्म पर गाडियो को क्यो नही लेते यह एक दिन की बात नही है हर दिन यात्रियो की यही शिकायत होती है किसी न किसी तरह का बहाना बनाकर यात्रियो को भृमित कर दिया जाता है और यात्री इधर से उधर परेशान होते रहते है, आचार्य ने उक्तगाडी के जाने के बाद यात्रियो के परिजन से बात की जो उन्हे छोडने आये हुये थे वही आचार्य ने स्टेशन पर संबंधित अधिकारी से बात की उक्त गाडी के प्लेटफार्म बदलने को लेकर तो उन्होने बताया कि माल गाडी के दो डिब्बे का फाटक एक ओर झुक रहे थे इस लिए उक्त गाडी को 1पर लिया गया जबकि उक्त गाडी के आने से पहले मालगाडी निकल चुकी थी इस प्रकार का मेमू बनाकर बताया आखिर यात्रियो को भृमित कर कोई भी बहाना टेक्नीकल बताकर छुटकारा ले सकते है
सुनील आचार्य




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