हम अपने आत्मतत्व को जाग्रत करें- कैलाश मंथन
हम अपने आत्मतत्व को जाग्रत करें- कैलाश मंथन
ज्ञान की ज्योति को जाग्रत करना ही प्रबोधिनी एकादशी- मंथन
देवउठनी ग्यारस से शुरू हुआ नि:शुल्क गीता प्रचार अभियान का 32 वां दौर
दस दिवसीय अन्नकूट महोत्सव का हुआ समापन
गुना। अंचल में देव उठनी ग्यारस पर भव्य कार्यक्रम आयोजित हुए। विराट हिन्दु उत्सव चिंतन मंच एवं अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय परिषद के जिला संयोजक कैलाश मंथन के मुताबिक इलाके के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में धार्मिक केंद्रों पर देवों को जागृत किया गया। इस अवसर पर चिंतन हाउस में हुए सत्संग वार्ता में हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने कहा हम अपने अंतर्मन ह्दय में विराजमान सुप्त देव को जाग्रत करें। हमारे मानव जीवन का लक्ष्य जाने। पीडि़त एवं दु:खी मानवता के लिए सेवा भाव से आगे आएं।
उठो जागो और लक्ष्य के प्राप्त करो
उननिषद का यह वाक्य मन में आत्म विश्वास एवं सकंल्प जाग्रत करता है। मानव जीवन में जाग्रत रहकर ही लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है। विराट हिन्दू उत्सव समिति की चिंतन हाउस में आयोजित बौद्धिक सभा में कार्यक्रम संयोजक कैलाश मंथन ने कहा कि जिस धर्म, राष्ट्र, समाज में सदैव जाग्रति रहती है। वहीं परम सत्ता परमेश्वर को प्राप्त करता है। हमारे अंदर के देव को जाग्रत को जाग्रत करें, तभी हमारा कल्याण हो सकता है। इस दौरान दस दिवसीय अन्नकूट महोत्सव का समापन हुआ।
जनजाग्रति अभियान का हुआ शुभारंभ
विराट हिन्दू उत्सव समिति एवं चिंतन मंच के तहत देव उठनी ग्यारस से जनचेतना जाग्रति अभियान का शुभारंभ समिति संस्थापक कैलाश मंथन ने किया। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने बताया कि समिति के तहत समस्त सनातन धर्मावलंबियों एवं हिन्दु समाज के बीच प्रमुख उत्सवों के दौरान सामूहिक संगठन के तहत कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जा रहा है। अभियान के दौरान नर सेवा नारायण सेवा के तहत अभावग्रस्त लोगों की मदद करने के लिए समाज एवं संपन्न लोगों से अपील की जाएगी। कार्यक्रम के तहत भूखों को भोजना और प्यासों को पानी, वस्त्र वितरण, लावारिश शवों का अंतिम संस्कार, गौसेवा, बालिकाओं की शादी हेतु आर्थिक सहायता, सामूहिक विवाह सम्मेलनों को सहयोग, वृक्षारोपण, सामूहिक नाम संकीर्तन सहित जनहित में होने वाले प्रकल्पों के माध्मय से सेवा की जा रही है। अन्न क्षेत्रों के माध्यम से नि:शुल्क भोजन प्रसादी का वितरण का कार्यक्रम प्रमुखता से लिया जा रहा है।
नि:शुल्क भगवद् गीता एवं सत् साहित्य का नि:शुल्क वितरण
चिंतन मंचन एवं हिउस के तहत अंचल में अब तक 31 हजार गीताजी की प्रतियां नि:शुल्क वितरण की जा चुकी हैं। चिंतन मंच के संयोजक कैलाश मंथन ने बताया कि मोक्षदा एकादशी गीता जयंती से गीता वितरण का 33 वां दौर शुरू किया जाएगा। हजारों परिवारों में अपने पौराणिक ग्रंथ एवं संस्कृति के आधार ग्रंथों का अभाव पूर्ति करने के मकसद से यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
पुष्टिमार्गीय परिषद ने मनाई देवोत्थान एकादशी
पुष्टिमार्गीय परिषद के तहत प्रबोधिनी एकादशी पर श्री ठाकुरजी के विशेष मनोरथ सिद्ध हुए। सत्संग मंडलों एवं मंदिरों में ग्यारस पर विशेष आयोजनों में एकादशी की महिमा पर प्रकाश डाला गया। हिउस प्रमुख एवं परिषद के प्रांतीय प्रचार मंत्री कैलाश मंथन ने कहा कि हम अपने ह्दय में बैठे श्री ठाकुर जी को जाग्रत करें एवं जन जाग्रति के तहत मानवता के हितार्थ अपना तन, मन और धन अर्पित करें। शहरी क्षेत्रों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में हुए अन्नकूट महोत्सवों के दौरान हजारों वैष्णवों द्वारा भागीदारी की गई।




कोई टिप्पणी नहीं