गलती के बाद सुधार ना करना बड़ी भूल है : सीता पाणीग्राही
गलती के बाद सुधार ना करना बड़ी भूल है : सीता पाणीग्राही
ग्वालियर-कैदियों में सकारात्मक विचार विकसित करने के उद्देश्य से सेंट्रल जेल ग्वालियर में सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें समाजसेवी व मोटिवेशनल स्पीकर सीता पाणीग्राही मुख्य वक्ता के तौर पर मौजूद रही।
उन्होंने कहा प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन काल में छोटी-बड़ी गलती कर बैठता है। गलती को स्वीकार कर, उसे सुधारने के दिशा में प्रयत्नशील होना चाहिए। गलती के बाद सुधार ना करना बड़ी भूल है ।इसलिए अपनी गलतियों को स्वीकार करें और खुले मन से उस पर विचार करते हुए जीवन में आगे बढ़ें । यदि आप अपनी गलती को स्वीकार कर लेते हैं तो स्वयं आपको एहसास हो जाएगा, जो आपने किया वह क्षण भर का गुस्सा या गलती थी ।हमेशा आशावान रहे , निराशावान नहीं।निराशा से नकारात्मक विचार मन में उत्पन्न होते हैं और यही नकारात्मक विचार मनुष्य से गलती या अपराध करवाता है।अघातो से उपजे हुए घावों को भरने के लिए एवं नकारात्मक भावनाओं को नियंत्रित करने के लिए आपको अपने नकारत्मक विचारों के दिशा को सकारात्मक दिशा की ओर परिवर्तित करना होगा।अपने नकारात्मक भावनाओं के चक्र- आघात, अपराधबोध और क्रोध से बाहर निकलकर सकारात्मक ऊर्जा की ओर अग्रसर होना होगा।हमारे विचारों पर हमारा स्वयं का नियंत्रण होता है इसलिए यह हमें ही तय करना होता है कि हमें सकारात्मक सोचना है या नकारात्मक। यह पूरी तरह से हम पर निर्भर करता है कि हम अपने दिमाग रूपी जमीन में कौन- सा बीज बोना चाहते हैं। थोड़ी सी समझदारी से हम कांटेदार पेड़ को महकते फूलों के पेड़ में बदल सकते हैं। अगर आपको अपने जीवन में कुछ अच्छा करना है तो आपको आज से ही अपनी सोच सकारात्मक बनानी होगी।अगर आप पॉजिटिव बोलेंगे- सोचेंगे तो होगा भी वैसा ही। पॉजिटिव लोगों के साथ रहने से हमारे आस- पास पॉजिटिव किरणें बनी रहती हैं। दरअसल हमारे पास दो तरह के बीज होते हैं, सकारात्मक विचार और नकारात्मक विचार, जो आगे चलकर हमारे नजरिये और व्यवहार रूपी पेड़ का निर्धारण करते हैं। हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही बन जाते हैं। इसलिए कहा जाता है कि जैसे हमारे विचार होते हैं, वैसा ही हमारा आचरण होता है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जेल संदर्शक स्वदेश पटसारिया रहें। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा सब लोग मिल जुलकर रहे। अध्यक्षता सहायक अधीक्षक प्रवीण कुमार त्रिपाठी एवं आभार प्रदर्शन ए. एस.नरवरिया द्वारा दिया गया। सेमिनार में जेल अधीक्षक विदित सिरवैया, उप अधीक्षक प्रभात कुमार, जेलर नीरज यादव,समस्त स्टाफ के साथ पुरुष एवं महिला बंदी उपस्थित रहे।
नगर संवाददाता -अभिनय मोरे




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