मधुसूदनगढ़ नगर परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 19 सितंबर को होगी वोटिंग
मधुसूदनगढ़ नगर परिषद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 19 सितंबर को होगी वोटिंग
मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचे पार्षदों ने कलेक्टर के समक्ष दिए बयान
गुना - मधुसूदनगढ़ नगर परिषद की राजनीति में चल रहा सियासी घमासान अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। मंगलवार को नगर परिषद के 12 पार्षद कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और अध्यक्ष श्यामलाल (श्यामा) अहिरवार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर अपने बयान दर्ज कराए। कलेक्टर किशोर कन्याल ने नियम अनुसार 19 सितंबर की तारीख तय की है। इसी दिन विशेष बैठक में वोटिंग के जरिए यह फैसला होगा कि श्यामलाल अहिरवार अध्यक्ष बने रहेंगे या उन्हें पद छोड़ना पड़ेगा।
पार्षदों ने आरोप लगाया कि परिषद के गठन से अब तक वार्डों में कोई ठोस विकास कार्य नहीं हुआ। सड़क, नाली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। साथ ही, समय पर बैठकें न होने से नागरिक परेशान हैं। पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि अध्यक्ष बार-बार निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और परिषद कर्मचारियों के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत झूठी शिकायतें दर्ज करवा रहे हैं। इसके अलावा शासन से प्राप्त अनुदान राशि के दुरुपयोग और बिना कार्य किए भुगतान करने के भी आरोप लगाए गए। अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करने वालों में उपाध्यक्ष कौशलेन्द्र अग्रवाल सहित कई वार्डों के पार्षद शामिल हैं। अब पूरे नगर में यह चर्चा है कि क्या अध्यक्ष बहुमत साबित करेंगे या परिषद की बागडोर नए हाथों में जाएगी।




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