कलेक्टर द्वारा 21 बच्चों के इलाज के लिए दी गई 18 लाख 90 हजार रूपये की सहायता राशि
आबीएसके योजना से बदली बच्चों की जिंदगी
कलेक्टर द्वारा 21 बच्चों के इलाज के लिए दी गई 18 लाख 90 हजार रूपये की सहायता राशि
गुना -जिले में 21 मासूम बच्चों और उनके परिवारों की जि़ंदगी उस दिन बदल गई जब उन्हें एक नई आशा की किरण दिखाई दी। ये बच्चे दिल और कान की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे, जिनके इलाज का खर्च उनके परिवारों के लिए असंभव था। लेकिन कलेक्टर श्री किशोर कुमार कन्याल की संवेदनशील सोच और कार्य के प्रति समर्पण ने इन्हें एक नई राह दिखाई। कलेक्टर श्री कन्याल ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आबीएसके) के तहत इन 21 बच्चों के ऑपरेशन के लिए कुल 18 लाख 90 हजार रुपये की सहायता राशि स्वीकृत की। इनमें से 13 बच्चे ह्रदय रोग और 08 बच्चे कान रोग से पीड़ित थे। इन बच्चों को आबीएसके कार्यक्रम की जिला शीघ्र हस्तक्षेप प्रबंधक श्रीमती विनीता सोनी द्वारा चिन्हित किया गया और जनसुनवाई में बुलाकर स्वीकृति पत्र सौंपे गए। श्रीमती सोनी और उनकी टीम ने गांव-गांव जाकर इन बच्चों की पहचान की, परिवारों को जागरूक किया और उन्हें विश्वास दिलाया कि उनके बच्चे भी एक सामान्य, स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजकुमार ऋषिश्वर ने बताया कि सभी ऑपरेशन इंदौर और ग्वालियर के प्रतिष्ठित निजी अस्पतालों में कराए जाएंगे, और इसकी संपूर्ण व्यवस्था आबीएसके योजना के तहत होगी। आबीएसके योजना का लाभ जन्म से 18 वर्ष के सभी बच्चों को दिया जाता है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी बीपीएल कार्ड या आयुष्मान कार्ड की आवश्यकता नहीं होती। योजना का लाभ प्रत्येक वर्ग उठा सकता है। आज जब इन बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है, उनके माता-पिता की आंखों में उम्मीद और आभार है। यह सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि हर वर्ग के बच्चे के लिए एक जीवनदायिनी पहल है।
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