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खेत पर बटाई से काम कर रहे वृद्ध की संदिग्ध हालत में मौत

पहले मां छिन गई बीमारी से, अब पिता भी चले गए खेत में अकेले... नानाखेड़ी निवासी किशोरी आशा की करुण पुकार

खेत पर बटाई से काम कर रहे वृद्ध की संदिग्ध हालत में मौत, फेंसिंग तार पर मिला शव, गुना अस्पताल में पोस्टमार्टम


गुना - पहले मां चली गई, अब पापा भी छोडक़र चले गए... मैं अब अकेली कैसे रहूंगी? यह दर्दभरे शब्द हैं 14 वर्षीय आशा कुशवाह के, जिसने बीती रात अपने पिता नाथू कुशवाह को खेत में मृत अवस्था में पाया। मां को छह महीने पहले बीमारी ने छीन लिया और अब खेत में संदिग्ध हालत में पिता की मौत से वह पूरी तरह टूट चुकी है। वर्तमान में जिला चंद्रपुर (महाराष्ट्र) के मारोदा उर्फ आदर्शखेड़ा की रहने वाली आशा कुछ दिन पहले अपने पिता से मिलने गुना के नानाखेड़ी मंडी क्षेत्र आई थी। उसके पिता नाथू कुशवाह (62) वर्तमान में वृद्धाश्रम के पास नानाखेड़ी में रहते थे और कैंट थाना अंतर्गत ग्राम टोरिया के पास सरकंडी रोड पर दो बीघा खेत बटाई से लेकर खेती करते थे। शुक्रवार शाम लगभग 6 बजे वह खेत पर पौधों को पानी देने के लिए मोटर चला रहे थे, तभी संदिग्ध रूप से उनकी मौत हो गई।

परिवार और स्थानीय लोगों के अनुसार, नाथू कुशवाह का शव फेंसिंग तार के पास गिरा हुआ मिला। आशंका जताई जा रही है कि या तो करंट लगने या फिर हार्ट अटैक से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। भदौरा निवासी मोहन कुशवाह ने बताया कि उनके ताऊजी टोरिया में नीरज रघुवंशी के फार्महाउस पर रहते थे और बटाई पर खेती कर मक्का बोने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने खेत पर लगे पौधों में पानी देने के लिए मोटर चालू की थी। उसके बाद वह अचानक गिर पड़े और जब तक लोग पहुंचे, तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। घटना की जानकारी मिलते ही शव को गुना जिला अस्पताल लाया गया, जहां शनिवार को पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा गया। नाथू कुशवाह का अंतिम संस्कार आरोन तहसील के ग्राम भदौरा में उनके छोटे भाई के निवास पर किया जाएगा। यह घटना जहां परिवार के लिए असहनीय पीड़ा लेकर आई है, वहीं अब आशा कुशवाह के जीवन में अकेलेपन की गहरी छाया छा गई है। ग्रामीणों और रिश्तेदारों की आंखें नम हैं और सभी उसकी आगे की जिंदगी के लिए चिंतित हैं।

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