Breaking News

परंपरागत तरीके से निकलेगा 11 अक्टूबर को दुर्गा नवमी पर भव्य चल समारोह

परंपरागत तरीके से निकलेगा 11 अक्टूबर को दुर्गा नवमी पर भव्य चल समारोह

चल समारोह मैं निकलने वाली झांकियां  को चिंतन मंच करेगा मां अंबे सम्मान पत्र से सम्मानित  

विसर्जन स्थलों, नदियों पर विशेष सुरक्षा दस्ते लगाए जाएं- कैलाश मंथन

नवमी को देर रात से लेकर दशहरे के दिन शाम तक विसर्जित होगी प्रतिमाएं


गुना। दुर्गा नवमी पर परम्परागत तरीके से विशाल एवं भव्य चल समारोह निकाला जाएगा। विराट हिन्दू उत्सव समिति, चिंतन मंच के संयोजक कैलाश मंथन ने बताया कि प्रतिवर्षानुसार चल समारोह में सभी चलित झांकियां रात्रि 10 बजे से शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुई हनुमान चौराहा मंदिर पर एकत्रित होंगी। जहां मां दुर्गा की प्रतिमाओं की पूजा अर्चना होगी एवं मंदिर समिति द्वारा चल समारोह के दौरान हलवा प्रसादी, पोहा, चाय, नाश्ता भक्तों को कराया जाएगा। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने बताया  चल समारोह के दौरान नवमी देर रात से विजयादशमी की शाम तक दुर्गा प्रतिमा विसर्जित होती हैं। चल समारोह में निकलने वाली सभी झांकियों को चिंतन मंच एवं विराट हिन्दू उत्सव समिति की ओर से मां अंबे सम्मान पत्र दिया जाएगा। इस दौरान श्रेष्ठ झांकियो झांकियों को विशेष पुरस्कार चिंतन शील्ड भी प्रदान की जाएगी।

पार्वती, सिंध, चौपेट नदियों पर विशेष सुरक्षा की मांग

*दुर्गा विसर्जन हेतु अधिकांश लोग अंचल की नदियों पर पहुंचते हैं। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने कहा कि पूर्व में अनेकों बार नदियों एवं पानी के स्त्रोतों पर लोगों की डूबने से मौत के बावजूद प्रशासन सुरक्षा प्रदान करने में नाकाम रहता है। इस वर्ष बड़ी संख्या में मूर्तियां विसर्जित होगी। इस हेतु पूर्व में व्यवस्था के तहत विसर्जन कुंड भी बनाए जा सकते हैं।

विसर्जन स्थलों पर कुशल गोताखोर तैनात किए जाएं

हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक पिछले कई वर्षों से देखा जा रहा है कि विसर्जन स्थलों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम एवं रोशनी ना होने के कारण अनेकों बार बच्चों एवं  लोगों के डूबने की घटनाएं हो चुकी हैं। प्रशासन ने अभी तक इन हादसों से सबक नहीं लिया। नवरात्रि के दौरान सभी झांकी स्थलों, शहर के प्रमुख मार्गों एवं विसर्जन स्थलों पर पर्याप्त सुरक्षा बल लगाए जाए। साफ सफाई एवं पेयजल व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए। नवरात्रि के दौरान शहर के प्रमुख मार्गों पर भारी जनसैलाब उमड़ रहा है।

 गुना अंचल में 5000 हजार स्थानों पर मां दुर्गा की हुई स्थापना

नवरात्रि महोत्सव बना शक्ति की आराधना का पर्व : कैलाश मंथन

गुना। इस वर्ष का नवरात्रि महोत्सव विशेष रूप से ऐतिहासिक महत्व लिए हुए है। पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष पांडालों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं की स्थापना में भारी वृद्धि हुई है। विराट हिन्दू  उत्सव, चिंतन मंच के संयोजक कैलाश मंथन के मुताबिक उपलब्ध रिकार्ड के मुताबिक अंचल के सैकड़ो ग्रामों, कस्बों एवं शहरी क्षेत्रों में करीब 5 हजार दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित हुई हैं। जिले के दूरस्थ एवं जंगली इलाकों में भी नवरात्रि महोत्सव के तहत मां दुर्गा के पांडाल स्थापित हुए है। सिरसी क्षेत्र के आदिवासी एवं जंगली क्षेत्रों में स्थित ग्रामों में दो से पांच प्रतिमाएं स्थापित की गई है। गुना शहर , बीनागंज, चांचौड़ा, राघौगढ़, आरोन, म्याना, कुंभराज, मधुसूदनगढ़, बमोरी, फतेहगढ़ सहित अन्य ग्रामों, कस्बों 5000 से ज्यादा प्रतिमाएं स्थापित हुई हैं। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक मां दुर्गा शक्ति की उपासना का पर्व अपने चरम उत्साह पर है। गुना क्षेत्र केऋ तहत कैंट, गुलाबगंज, रेलवे स्टेशन, श्रीराम कॉलोनी, भुल्लनपुरा, बूढ़े बालाजी, पुरानी छावनी, पठार मोहल्ला, सकतपुर, नानाखेड़ी, पिपरौदा, बायपास, चिंताहरण, गोपालपुरा, पाटई, ऊमरी, बजरंगगढ़, गुना ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 1500 पांडालों में मां दुर्गा की भव्य प्रतिमाएं लगाई गई हैं। शहर में भुल्लनपुरा बीजी रोड, कमला गैरेज, अस्पताल, तलैया, बूढ़ेबालाजी, रेलवे स्टेशन, कोल्हूपुरा आदि क्षेत्रों में विशेष चलित बड़ी झांकियां एवं स्थिर प्रतिमाएं विशेष आकर्षण का केंद्र है। पंचमी से लेकर अष्टमी तक मां की झांकियां देखने लाखों लोगों का सैलाब उमड़ता है। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक शक्तिपीठों निहालदेवी एवं बीस भुजा भवानी एवं शहरी क्षेत्रों में रात्रि में 9 दिनों में 10 लाख लोगों ने मां के दर्शन करने उमड़ते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं