ग्लोबल वार्मिंग की मौसमीय अपदाओं को रोकने-अर्थऑवर 60
ग्लोबल वार्मिंग की मौसमीय अपदाओं को रोकने-अर्थऑवर 60
गुना -अर्थ ऑवर 60-विष्व वन्यजीव कोश की जागरुकता से ग्लोबल बार्मिंग की मौसमीय आपदाओं को रोकने केे लिऐ कुलदीपिका सिंह मैमोरियल पर्यावरण जागरुकता अभियान की निस्वार्थ स्वाधीन पर्यावरण व सामाजिक व क्लाईमेट चेंज नियंत्रण अभियान कार्यकर्ता सुचेताहम्बीर सिंह द्वारा पिछले दो माह से लोगोें में जागरुकता के अभियान चला रहें हैं कि 23 मार्च को अर्थऑवर 60 अभियान को अपने अपने घरों में रात 8ः30 बजे से रात 9ः30 बजे गैर जरुरी उपकरणों (जैसे बल्ब जलना, पंखा, टीवी, एसी आदि) तथा होटलों, क्लब, मनोरंजन केंद्र, दुकानों व मॉल के बाहर की बत्तियों (लाईट) और र्मूिर्त (पार्क) सम्बंधित बत्तियों को स्वेच्छा से बंद करके इसे एक साथ मिलकर मनाऐं। वर्तमान में जीवाश्म ईधन की खपत से वायुमंडल में बढती ग्रीनहाउस गैसों के कारण बढता वायुमंडलीय तापमान को अर्थ ऑवर 60 को अपनाने की जरुरत है, यदि देष के कुल करीब 32 करोड परिवारों द्वारा प्रति सप्ताह एक यूनिट बिजली की बचत से प्रति सप्ताह 32 करोड यूनिट बिजली व करीब औसतन 2.5 लाख टन गी्रनहाउस गैस कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में कटौती हो सकेगी और प्रति सप्ताह करीब 25 लाख टन कोयला भी बचेगा जो देष के षून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य को पाने में सहायक होगा। ग्लोबल बार्मिंग की आपदाओं को रोकने ऊर्जा संरक्षण, सौर व पवन ऊर्जा, गोबर गैस व साइकिल उपयोग, प्रदूशण रहित जीवनषैली आदि जैसे विकल्पों को अपनाने का समय है कि गी्रनहाउस गैसों के उत्सर्जन के कारण 1.5 डिग्रीसैंटीग्रेट की ओर बढते वायुमंडल का तापमान बढती तबाहियों (बीमारियां, असमय भीशण बाढ, भीशण गर्मी, चक्रवाती तूफानों, हिमखंडों का पिधलना, आदि) से समस्त जीव समुदाय खतरे में रहा है यह सभी परिणाम जीवाश्म ईधन कोयला, प्राकृतिक तेल व गैस की बढती खपत तथा जंगलों के विनाष से हैं इस अर्थ ऑवर 60 जागरुकता और पर्यावरण के लिए जीवनषैली अभियान का उद्देष्य लोगों को जीवाश्म ईधन के व्यय को कम करना और अपव्यय को रोकने तथा सौर ऊर्जा के उपयोग से जोडना है। सुचेताहम्बीर सिंह व हम्बीरसुचेता सिंह द्वारा सार्वजनिक स्थलों, षासकीय स्कूलों, आदि स्थानों पर पोस्टर बैनारों के द्वारा आमजन व छात्रों को अर्थ ऑवर 60 मनाने जागरुक किया जा रहा है।
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